समुदाय आधारित विकास की कार्यप्रणाली

Instructor: BAIF BAIF

(उपनाम: ग्रामीण-क्षेत्र-और-सतत-विकास का प्रोफ़ाइल) श्रेणी: सामुदायिक आधारित विकास

समुदाय आधारित विकास की कार्यप्रणाली

(उपनाम: ग्रामीण-क्षेत्र-और-सतत-विकास का प्रोफ़ाइल) श्रेणी: सामुदायिक आधारित विकास

 


१. परिचय
१.१ ग्रामीण भारत का परिचय
१.२ ग्रामीण भारत की सामान्य विशेषताएं
१.३ ग्रामीण गरीबी
१.४ सतत विकास की अवधारणा
१.५ ग्रामीण आजीविका के स्रोत
१.६ आजीविका निर्माण के लिए प्रमुख सरकारी योजनाएँ
२. परिचय - संचार और प्रलेखन
२.१ बातचीत संचार
२.२ विभिन्न समूहों के साथ व्यापार शिष्टाचार और संवाद
२.३ विस्तार संचार और आईईसी सामग्री
२.४ प्रलेखन
२.५ रिपोर्ट लेखन
२.६ केस स्टडी का दस्तावेजीकरण
२.७ चित्र एवं विडीयो प्रलेखन
३. परिचय - स्थिति विश्लेषण और आधारभूत डेटा
३.१ स्थिति संबंधी विश्लेषण और आधारभूत डेटा
३.२ डेटा के स्रोत
३.३ नमूना
३.४ घरेलू सर्वेक्षणों का संचालन करना - प्रक्रिया और अच्छे आचरण
४. परिचय - सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन
४.१ PRA अवधारणा
४.२ भ्रमंती फेरी या त्रांसेक्ट वॉक तथा संसाधन, सामाजिक मानचित्रण
४.३ PRA साधन: मौसमी कैलेंडर
४.४ PRA साधन: वेन आरेख
४.५ समूह विचार-विमर्श पर केंद्रित (FGDs)
४.६ आजीविका स्कोपिंग के लिए PRA साधन
५. परिचय - आजीविका दृष्टिकोण और संवर्धन
५.१ आजीविका दृष्टिकोण और संवर्धन
५.२ आजीविका दृष्टिकोण एवं मॉडल
५.३ एकात्मिक जीवन शैली
५.४ आजीविका रणनीति और कार्यान्वयन योजना
६. परिचय - समूह स्तर पर आजीविका संवर्धन
६.१ समूह स्तर पर आजीविका संवर्धन
६.२ समूह वर्गीकरण और समूहों के प्रकार
६.३ सहयोग के सिद्धांत
६.४ समूह के कार्य
६.५ आजीविका समूहों की वृद्धि
७. परिचय - कानूनी पहलू और निगरानी
७.१ कानूनी पहलू और निगरानी
७.२ आजीविका संवर्धन के लिए उपयुक्त अधिनियम
७.३ निगरानी ढांचा
७.४ सहभागी निगरानी
Available Subscription Plans
3 month ₹ 2000